श्री गणेश आरती

श्री गणेश आरती

गणपति बाप्पा मोरया! मंगलमूर्ति मोरया!

आरती सगंम सुरमय अंगन की,

ज्योति जगाए गणनायक की।

गणपति बाप्पा मोरया! मंगलमूर्ति मोरया!

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।

एकदंत दयावन्त, चार भुजा धारी।

माथे पर तिलक सोहे, मूँदे मुसे की सवारी।

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।

बाजारी लोगन करे, संगत को खपाया।

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।

अक्षर में लिखे लेखन को, वेद काव्य समजावे।

त्रिगुण रचित गुण यह, तिन लोक में धावे।

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।

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